Wednesday, August 8, 2012

Sai Ke Nayan


साईं  के  आँखों  में है ब्रह्मांड समा 

साईं के  आँखों में  है  तीनो  जहां

प्रेमामृत धरा बहाए ये नयन

इन आँखों की छाया  में  मैं ले लूं शरण 

राजीव नयना  परम दयाघना साईं नारायणा 

साईं  के  आँखों में .......... 

कृपा  की बरखा  करे ये  नयन 

प्रभु की नज़र पड़ी मुझ पर तो झूल उठा  मेरा  मन

अरविंद लोचना पतित पावना  साईं नारायणा  

साईं  के  आँखों में ......  

करुना  के  किरण  बरसाए ये नयन 

इन आँखों  की मधुशाला  में  मैं हो जाऊं मगन

ईश्वाराम्बा  नंदना प्रशांत  वदना  साईं नारायणा   

साईं के आँखों में ........